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सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद मां कैसे रखें अपना ख्याल? जानिए क्या करें और क्या न करें

C-section delivery: किसी महिला के लिए मां बनना एक अलग और अनोखा अहसास होता है. प्रेगनेंसी और डिलीवरी के बीच तमाम तरह की शारीरिक और मानसिक उथल-पुथल के बीच मां बनने वाली महिला खुद का ढंग से ख्याल तक नहीं रख पाती. अगर डिलीवरी नॉर्मल होती है तो कम जटिलताओं का सामना करना पड़ता है. वहीं, कई महिलाओं के लिए नॉर्मल डिलीवरी की जगह सिजेरियन या सी-सेक्शन डिलीवरी का विकल्प अपनाना पड़ता है.  नॉर्मल डिलीवरी के बाद सेहत सामान्य होने में जितना समय लगता है सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद रिकवरी में उससे अधिक समय लगना स्वाभाविक है. इसके अलावा, सी-सेक्शन डिलीवरी होने पर समय से रिकवरी के लिए मां को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. आइए, जानते हैं कि सी-सेक्शन डिलिवरी हुई है तो मां के लिए क्या करना सही होता है. साथ ही यह भी जानते हैं कि उन्हें क्या-क्या नहीं करना चाहिए.

सी-सेक्शन के बाद क्या करें और क्या नहीं ( Dos and Donts After C-Section Delivery)


सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद टांके की सफाई जरूरी

सी-सेक्शन डिलीवरी में सर्जरी होने के कारण पेट पर टांके भी लगते हैं. इन टांके को सूखने के दौरान बेहतर तरीके से आराम के साथ ही कई एहतियात बरतने पड़ते हैं. सर्जरी की जगह पर लगे टांके को किसी भी तरह के इन्फेक्शन से बचाने के लिए सूखा और साफ रखना होता है. जख्म भरने पर टांके कटवाने के बाद कुछ दिनों तक सर्जरी की जगह को संवेदनशील माना जाता है. वहां, साफ रखने और दवाई लगाने की जरूरत होती है.

डॉक्टर की निगरानी और सलाह बेहद महत्वपूर्ण

सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद कुछ समय अस्पताल में ही डॉक्टर की निगरानी में रहना होता है. उसके बाद भी तय समय पर डॉक्टर के पास जाना होता है. इस बीच डॉक्टर के बताए तरीके से दवाई लेनी होती है. उनकी सलाह पर ही धीरे-धीरे चलने और रूटीन के कामकाज करने की शुरुआत करनी होती है. हालांकि, मां बनने के बाद नवजात की देखभाल और दूध पिलाने के चलते पर्याप्त नींद और आराम तो नहीं मिल पाता, लेकिन मां को अपने आराम के लिए वक्त निकालना चाहिए. साथ ही नवजात और खुद की देखभाल में मदद के लिए घर में किसी दूसरी महिला का होना भी जरूरी होता है.

अस्पताल से घर लौटने पर खानपान में रखें सावधानी

अस्पताल से घर लौटने पर भी खानपान में डॉक्टर की सलाह काफी जरूरी होती है. कुछ दिनों तक पाचन के हिसाब से ही थोड़ा-थोड़ा और हल्का खाना जैसे सूप, खिचड़ी, ओट्स, हलवा वगैरह खाना होता है, जिससे पेट पर ज्यादा जोर नहीं पड़े. वहीं, पानी पीने में खास तौर पर सावधानी रखनी होती है. फ्रीज में रखे ठंडे पानी से परहेज करना होता है. दिन भर में 8 से 10 गिलास हल्का गुनगुना पानी पीना चाहिए. पानी पीने के साथ ही नारियल पानी, हर्बल टी वगैरह लेकर शरीर को पर्याप्त हाइड्रेट रखना होता है.

खास तरह के तकिए और मनपसंद गाने की मदद लें

सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद कई बार पैरों में सूजन की शिकायत भी सामने आती है. इसमें घबराने की जरूरत नहीं होती. डॉक्टर्स के मुताबिक, कुछ समय बाद ये खुद से ठीक हो जाता है. वहीं, बिस्तर पर लेटते और बच्चे को स्तनपान के लिए बैठते वक्त आरामदेह तकिए का सहारा लेना पड़ता है. नई मां के लिए बाजार में ऐसे खास तकिए भी मिलते हैं. इसकी मदद से शरीर पर गैर-जरूरी दबाव नहीं पड़ता. वहीं, डिलीवरी के बाद मनपसंद गाने सुनने से भी अच्छा महसूस होता है.



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